Israeli air strikes: लेबनान की राजधानी बेरूत और दक्षिणी उपनगरों को निशाना बनाकर किए गए इज़रायली हवाई हमले में भोर में पाँच नागरिक मारे गए और आठ अन्य घायल हो गए। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बेरूत के पश्चिम में बशौरा इलाके में एक अपार्टमेंट को निशाना बनाकर किए गए इज़रायली हवाई हमले में पाँच लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए।
आज सुबह गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से में इज़रायली सेना द्वारा किए गए हवाई हमले में कम से कम पाँच फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई और आठ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हमला तब हुआ जब क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा था और दोनों पक्षों के बीच संघर्ष की स्थिति बनी हुई थी।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, हमला सुबह लगभग 5:30 बजे हुआ, जब अधिकांश नागरिक अभी सो रहे थे। हमले का निशाना एक रिहायशी इमारत थी, जिसमें कई परिवार रहते थे। इमारत का एक हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया, जबकि आस-पास की कई इमारतों को भी नुकसान पहुंचा।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. अशरफ अल-क़िद्रा ने कहा, "हमारे अस्पतालों में पाँच शव लाए गए हैं, जिनमें दो महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। आठ अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। हम डरते हैं कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कुछ घायलों की स्थिति बहुत नाजुक है।"
इज़रायली सेना ने एक बयान में कहा कि यह हमला हमास के एक वरिष्ठ कमांडर को निशाना बनाकर किया गया था, जो कथित तौर पर इस इमारत में छिपा हुआ था। हालांकि, सेना ने यह स्वीकार किया कि हमले में नागरिकों के हताहत होने की जानकारी मिली है और वे इस घटना की जांच कर रहे हैं।
फिलिस्तीनी अधिकारियों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे "युद्ध अपराध" करार दिया है। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने एक बयान में कहा, "यह नृशंस हमला अंतरराष्ट्रीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन है। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग करते हैं कि वे इज़रायल को इन अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराएं और फिलिस्तीनी नागरिकों की रक्षा के लिए तत्काल कदम उठाएं।"
संयुक्त राष्ट्र के मध्य पूर्व शांति दूत टॉर वेनेसलैंड ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा, "मैं इस त्रासदी से गहरा दुखी हूं। नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए। मैं सभी पक्षों से अपील करता हूं कि वे तत्काल हिंसा रोकें और शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में काम करें।"
इस बीच, गाजा की सड़कों पर लोगों का गुस्सा स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए हैं और इज़रायल के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। कई स्थानीय निवासियों ने अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन शुरू कर दिया है, क्योंकि उन्हें डर है कि आने वाले दिनों में और हमले हो सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस घटना की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कई देशों ने इज़रायल से संयम बरतने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई है जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
यह घटना इज़रायल और फिलिस्तीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष का एक और दुखद अध्याय है। दोनों पक्षों के बीच शांति वार्ता कई वर्षों से ठप पड़ी हुई है, और इस तरह की घटनाएं केवल तनाव को और बढ़ाती हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने अब यह चुनौती है कि वह इस क्षेत्र में स्थायी शांति की स्थापना के लिए प्रभावी कदम उठाए।